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हरियाणा में तीसरी बार BSP-INLD साथ आए:अभय चौटाला गठबंधन के नेता; विधानसभा चुनाव में बीएसपी 37, इनेलो 53 सीटों पर उतारेगी कैंडिडेट

हरियाणा में तीसरी बार BSP-INLD साथ आए:अभय चौटाला गठबंधन के नेता; विधानसभा चुनाव में बीएसपी 37, इनेलो 53 सीटों पर उतारेगी कैंडिडेट

चंडीगढ़2 घंटे पहले

हरियाणा में अक्टूबर में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए पहला राजनीतिक गठबंधन बन गया है। इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) एक साथ आ गए हैं। बसपा हरियाणा की 90 सीटों में से 37 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। 53 सीटों पर इनेलो कैंडिडेट चुनाव मैदान में होंगे। इस गठबंधन के नेता अभय चौटाला होंगे।

गठबंधन का ऐलान करते हुए अभय चौटाला ने कहा कि यह गठबंधन स्वार्थ के लिए नहीं बल्कि जनता की इच्छा के अनुसार किया गया है। भाजपा और कांग्रेस ने देश को लूटा है।

चौटाला ने कहा कि हम गैर भाजपा और गैर कांग्रेस गठबंधन बनाकर सरकार बनाएंगे। वहीं, बसपा के राष्ट्रीय समन्वयक और मायावती के उत्तराधिकारी आकाश आनंद ने कहा कि सरकार बनने पर अभय चौटाला को मुख्यमंत्री बनाया जाएगा। यह गठबंधन सिर्फ विधानसभा चुनाव तक सीमित नहीं रहेगा, अन्य चुनाव भी मिलकर लड़े जाएंगे।

आकाश ने बताया कि मायावती और अभय चौटाला की 6 जुलाई को मीटिंग हुई थी।

हरियाणा में बसपा और INLD के बीच गठबंधन का ऐलान करते अभय सिंह चौटाला।

INLD और BSP के बीच तीसरी बाद गठबंधन
दरअसल, हरियाणा में ये तीसरी बार है जब बसपा और इनेलो दोनों दल साथ आ रहे हैं। साल 1998 के लोकसभा चुनाव के दौरान इंडियन नेशनल लोकदल और बसपा के बीच पहली बार गठबंधन हुआ था। INLD ने सात और BSP ने तीन लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ा था। इनमें से एक सीट पर जीत दर्ज की थी।

दोनों दलों के बीच दूसरी बार गठबंधन साल 2018 में हुआ था। लेकिन गठबंधन विधानसभा चुनाव से पहले ही टूट गया था।

हरियाणा विधानसभा की मौजूदा स्थिति
हरियाणा में अभी नायब सिंह सैनी के नेतृत्व में भाजपा सरकार है। 90 विधायकों वाली विधानसभा में अभी 88 विधायक हैं। लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए पूर्व सीएम मनोहर लाल ने करनाल और निर्दलीय विधायक रणजीत चौटाला ने रानियां सीट से इस्तीफा दिया है। जिससे ये दोनों सीट खाली हैं। 2019 के विधानसभा चुनाव में भाजपा को 40 सीटें मिली थीं। इसके बाद पार्टी ने जजपा के साथ मिलकर सरकार बनाई। मार्च में दोनों दलों का गठबंधन टूट गया। इसके बाद खट्‌टर सरकार ने निर्दलीय विधायकों के समर्थन से सरकार चलाई।

लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए बाद में मनोहर लाल खट्‌टर ने CM पद से इस्तीफा दे दिया। नायब सैनी ने 12 मार्च को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी।

कांग्रेस के लिए होगी दिक्कत
हरियाणा की वर्तमान विधानसभा का कार्यकाल 3 नवंबर, 2024 को समाप्त होने वाला है। यानी यहां अक्टूबर में विधानसभा चुनाव होने हैं। INLD और बीएसपी के गठबंधन से विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को नुकसान हो सकता है, क्योंकि यह गठबंधन दलित वर्ग के वोटों में सेंध लगा सकता है। बसपा हरियाणा की सियासत में 1989 से किस्मत आजमा रही है।

अभय ने किया फ्री बिजली-पानी और हर घर रोजगार का वादा
बसपा से गठबंधन के ऐलान के बाद अभय सिंह चौटाला ने कहा कि यदि हमारी गठबंधन की सरकार बनती है तो हम बुढ़ापा पेंशन 7500 रुपए महीना करेंगे। हर घर में हम रोजगार देंगे। हर घर को बिजली और पानी फ्री दिया जाएगा।

अभय ने आगे कहा कि उनकी सरकार ऐसा सिस्टम बनाएगी कि बिजली बिल सिर्फ 500 रुपए महीना ही आएगा। अनुसूचित जाति के लोगों को 100 गज के प्लाट पर मकान बनाकर देंगे। SC छात्रों को मुफ्त कोचिंग दी जाएगी। SC और पिछड़े वर्ग के छात्रों को ग्रेजुएशन तक मुफ्त शिक्षा दी जाएगी।

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