उत्तराखंड की चार धाम यात्रा पर गए श्रद्धालुओं को बुधवार को भी लंबे-लंबे जाम से राहत नहीं मिली। हालांकि, राज्य सरकार ने मुसीबतें कम करने के लिए कुछ उपाय लागू किए हैं, लेकिन उनका असर एक-दो दिन में ही दिखेगा।
फिलहाल सबसे ज्यादा दिक्कत यमुनोत्री और गंगोत्री मार्गों पर बनी हुई है। यमुनोत्री में पालीगाड़ से कुथनौर तक 4-5 किमी, तो गंगोत्री रूट पर गंगनानी से आगे 7 किमी में सैकड़ों गाड़ियों के पहिए कई घंटे थमे रहे।
ट्रैफिक निकालने के लिए उत्तरकाशी प्रशासन ने अनावश्यक जगहों पर लगा सख्त वन-वे बंद कर दिया है। इससे गाड़ियों का एक साथ आना-जाना शुरू हुआ, तो ट्रैफिक धीरे-धीरे आगे बढ़ा। हालांकि, जहां अभी यह सिस्टम लागू है, वहां 5 से 10 घंटे तक लोगों को इंतजार करना पड़ रहा है।
अधिकारी बोले- रजिस्ट्रेशन फॉर्म में बीमारी न छिपाएं
गढ़वाल मंडल के आयुक्त विनय शंकर पांडे ने बताया कि चार दिन में इन धामों पर कुल 11 मौतें हो चुकी हैं। अब तक 26.73 लाख ऑनलाइन, तो 1.42 लाख ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन हुए हैं। जबकि, अब तक 2.76 लाख से ज्यादा लोग दर्शन कर चुके हैं।
उन्होंने बताया कि रजिस्ट्रेशन फार्म में मेडिकल हिस्ट्री का कॉलम है, लेकिन श्रद्धालु पुरानी बीमारी छिपा रहे हैं। UP की मृतक विमला देवी की जांच में पता चला कि उन्हें शुगर व हाईपर टेंशन था। इसलिए डॉक्टर की सलाह को गंभीरता से लें। रिस्क लेकर यात्रा न करें। चार धाम के सारे तीर्थ स्थल हाई एल्टीट्यूड के हैं, इसलिए इस माहौल में 24 घंटे रुककर बॉडी को अभ्यस्त करना जरूरी है, लेकिन लोग गर्मी से आकर सीधे यात्रा कर रहे हैं।
सभी राज्यों के DIG से अपील- VIP को न भेजें
उत्तराखंड DGP अभिनव कुमार ने सभी राज्यों के DGP को पत्र लिखकर कहा है कि वे 31 मई तक VIP और VVIPs को यहां न भेजें। यदि श्रद्धालुओं के आने का यही ट्रेंड रहा तो 6 महीने में 75-76 लाख श्रद्धालु दर्शन कर लेंगे। यह पिछले साल से 20 लाख ज्यादा है।
बद्रीनाथ में सबसे देर से दर्शन
केदारनाथ: गौरीकुंड से सिग्नल मिलने के बाद ही रामपुर-सोनपुर से लोगों को बढ़ाया। रामपुर और सोनपुर में बड़ी पार्किंग, होटल हैं। यहां रुकने का किराया 5 हजार रु. है, इस कारण से कई लोग गाड़ियों में रुक रहे हैं।
बद्रीनाथ: वाहन 3 किमी पहले माणा बाईपास पर रोक रहे हैं। 3 पार्किंग हैं, जहां डेढ़ हजार गाड़ियां लग रही हैं। बुधवार को यहां 6337 श्रद्धालु पहुंचे, लेकिन दर्शन के लिए 6-7 घंटे लाइन में लगना पड़ रहा है।
पौड़ी-टिहरी में बनेंगे होल्डिंग पॉइंट
- चार धाम रूट पर 20 से 25 घंटे के जाम की खबरें प्रकाशित होने के बाद उत्तराखंड सरकार ने श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए कुछ उपायों की घोषणा की। ये बुधवार से लागू हो गए हैं।
- जाम में फंसे यात्रियों को अब यमुनोत्री-गंगोत्री मार्ग पर कुछ जगह रोकेंगे। टिहरी और पौड़ी में भी होल्डिंग पॉइंट बनाए हैं। लोगों को खाना-पीना भी देंगे। ये बाजार के पास हैं, ताकि श्रद्धालु घूम सकें।
- अस्थाई शौचालय बनाए जा रहे हैं।
मप्र के श्रद्धालुओं को 4-4 लाख सहायता, हेल्पलाइन नंबर जारी
10 से 14 मई के बीच यमुनोत्री में मप्र के तीन श्रद्धालुओं की मौत हुई है। इनमें सागर के रामगोपाल रावत, नीमच की सम्ती बाई और इंदौर के रामप्रसाद रावत शामिल हैं। मुख्यमंत्री सहायता कोष से इनके परिजन को 4-4 लाख रुपए की सहायता राशि दी गई है। मप्र सरकार ने तीर्थयात्रियों के लिए हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए हैं।