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विपिन फिर बोला- सोनम ने राजा की बलि दी:कहा- हत्या के बाद इंदौर आकर राज से शादी की होगी, दूसरा मंगलसूत्र उसी का

​​​​​​विपिन फिर बोला- सोनम ने राजा की बलि दी:कहा- हत्या के बाद इंदौर आकर राज से शादी की होगी, दूसरा मंगलसूत्र उसी का

इंदौर1 मिनट पहले
नरबलि वाले बयान ने तूल पकड़ा तो सृष्टि ने सोशल मीडिया पर माफी मांगते हुए कहा कि उसने यह बयान भावुक होकर दिया था।

इंदौर के राजा रघुवंशी मर्डर केस में उसके भाई विपिन ने गुरुवार को बलि देने की बात दोहराई। विपिन ने कहा- सोनम ने शादी के पहले अपनी मां से कहा था कि अपनी पसंद की शादी नहीं हुई तो अंजाम बहुत बुरा होगा। और इस तरह सोनम ने शादी के बाद राजा को मारकर उसकी बलि देकर अपनी इच्छा तो पूरी कर ली है।

राजा को मारने के बाद जब सोनम इंदौर आई तो उसने राज से शादी कर ली होगी, इसलिए दूसरा मंगलसूत्र वही होगा। दो में से एक मंगलसूत्र हमारा दिया हुआ है। जबकि दूसरा हमने नहीं दिया। एक चेन और पायजेब भी बरामद की गई है, वो भी हमारी नहीं है।

बता दें, बुधवार को राजा की मौसेरी बहन सृष्टि के खिलाफ असम में एफआईआर दर्ज करने की जानकारी आई थी। ये एफआईआर इंस्टाग्राम वीडियो में नरबलि की बात कहकर छवि बिगाड़ने के आरोप पर दर्ज की गई थी। इस मामले में विपिन ने कहा- 15 दिन पहले हमें असम पुलिस का नोटिस मिला था। इसमें कहा था कि नरबलि के सबूत हैं तो दें वरना माफी मांगें। इसपर हमने माफी मांग ली थी। एफआईआर जैसी कोई बात नहीं है।

मामले में कामाख्या मंदिर के पुजारी सरू डोलोई हिमाद्रि का बयान भी सामने आया था। उन्होंने कहा कि जब भी कामाख्या मंदिर के आसपास कोई हत्या का मामला होता है तो मंदिर में मानव बलि का मुद्दा उठाया जाता है। इस तरह के आरोपों से यहां के लोगों की भावनाएं भी आहत होती हैं। पुजारी का कहना है कि राजा की नरबलि का दावा धार्मिक भावनाएं भड़काने और क्षेत्रीय तनाव पैदा करने वाला है।

राजा रघुवंशी की मौसेरी बहन सृष्टि पर धार्मिक भावनाएं भड़काने का आरोप लगे थे।

सृष्टि ने सबूत मांगने के बाद माफी मांगी थी

विपिन ने गुरुवार को बताया कि सृष्टि को असम सरकार की ओर से करीब 15 दिन पहले पत्र आया था। उसमें कहा था कि नरबलि को लेकर आपके पास कोई सबूत हो तो बता दीजिए। अपने बयान पर माफी मांगिए। पत्र में कहा गया था कि आप केस को डायवर्ट कर रहे हो और धर्म को बीच में ला रहे हो। इसके बाद सृष्टि ने माफी मांग ली थी। हमने आशंका जाहिर की थी। इसके बाद हमने माफी मांग ली है। वहां अब बयान के लिए नहीं जाना है।

मां और भाई ने पहले भी जताई थी बलि की आशंका राजा की मां उमा और भाई विपिन रघुवंशी भी 11 जून को नरबलि की आशंका जताई थी। उन्होंने कहा था कि आखिर सोनम राजा को लेकर क्यों शिलॉन्ग जाना चाहती थी? राजा की मां ने दावा किया था कि बेटे राजा पर तंत्र क्रिया की गई होगी। सोनम ने मेरे बेटे की नरबलि दे दी। हम सब पर भी सोनम ने वशीकरण किया था। जैसा वह लोग बोल रहे थे, हम वैसे ही चल रहे थे। अब हमें इसका एहसास हो रहा है।

परिजन ने आशंका जताई थी कि हो सकता है सोनम ने मन में नरबलि देने के लिए मनोकामना की हो। क्योंकि कामाख्या देवी में पूजा करने के बाद आरोपियों ने राजा के गले पर वार किया था। जिस दिन राजा की हत्या हुई, उस दिन ग्यारस थी। राजा की मां ने दावा किया है कि इस हत्याकांड के पीछे 15 लोग हो सकते हैं।

राजा की मां उमा रघुवंशी ने भी नरबलि की आशंका जताई थी।

बयान और वीडियो के बाद ट्रोल हो चुकी है सृष्टि सृष्टि सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर है। वह अलग-अलग प्रतिष्ठानों के लिए विज्ञापन भी करती है। इसके चलते उसके बड़ी संख्या में फॉलोअर्स भी हैं। राजा के मेघालय में लापता होने के बाद से ही सृष्टि ने सोशल मीडिया पर कैंपेन शुरू किया था। वह लगातार वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर अपलोड कर रही थी।

राजा की हत्या और सोनम के पकड़े जाने के बाद भी सृष्टि के कई वीडियो वायरल हुए। इसके चलते उसे काफी ट्रोल किया गया। यहां उसका जमकर विरोध हुआ। कहा गया कि सृष्टि यह सब वायरल होने के लिए कर रही है। हालांकि, सृष्टि के समर्थन में भी कई सोशल मीडिया इन्फ्लूएंसर आए थे।

सृष्टि ने सोशल मीडिया पर मांगी माफी राजा के लापता होने से लेकर शव बरामद होने तक सृष्टि सोशल मीडिया पर लगातार सक्रिय रही थी और मदद की गुहार लगाती रही। इसी दौरान उसने एक वीडियो में नरबलि जैसा बयान दिया, जो अब विवाद में आ गया है।

मामले के तूल पकड़ने के बाद सृष्टि ने सोशल मीडिया पर माफी मांगते हुए कहा कि उसने यह बयान भावुक होकर दिया था। उसका उद्देश्य किसी धर्म या समुदाय की भावना को ठेस पहुंचाना नहीं था। सृष्टि के भाई विपिन रघुवंशी ने कहा कि सृष्टि पहले ही सार्वजनिक रूप से माफी मांग चुकी है। अगर जरूरत पड़ी, तो वे असम जाकर भी अपनी बात स्पष्ट करेंगे।

सोनम और राजा की शादी 11 मई को इंदौर में हुई थी। वे 21 मई को हनीमून के लिए असम के गुवाहाटी से होते हुए मेघालय पहुंचे थे। 23 मई को पूर्वी खासी हिल्स जिले के सोहरा में नोंगरियाट गांव से लापता हो गए थे। राजा का क्षत-विक्षत शव 2 जून को वेइसाडोंग फॉल्स के पास एक घाटी में मिला था। सोनम 9 जून को UP के गाजीपुर में मिली थी।

पुजारी हिमाद्रि ने कहा, यहां मानव बलि जैसा कोई भी काम नहीं किया जाता है।

कामाख्या देवी मंदिर प्रशासन ने किया था इनकार

नरबलि के आरोपों पर जवाब देते हुए कामाख्या मंदिर के पुजारी सरू डोलोई हिमाद्रि ने कहा, हम इस तरह के बयानों की निंदा करते हैं। कामाख्या मंदिर में मानव बलि की कोई रस्म नहीं है। सदियों से कामाख्या मंदिर अपने वैदिक अनुष्ठानों के लिए जाना जाता है।

पुजारी ने कहा, हर साल देश और विदेश के विभिन्न हिस्सों से लाखों श्रद्धालु कामाख्या मंदिर आते हैं। इस तरह के आरोपों से मंदिर की छवि खराब होगी, जिसकी उम्मीद नहीं है। मेरी असम सरकार से विनती है कि इसको लेकर सख्त नियम बनाए जाएं, ताकि देश के प्रतिष्ठित शक्ति पीठों में से एक कामाख्या माता मंदिर पर ऐसे आरोप न लगाए जा सकें।

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