राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के प्रांत प्रचारकों की बैठक दिल्ली में आज से शुरू होकर 6 जुलाई तक चलेगी। इसमें संघ और उसके सहयोगी संगठनों से जुड़े 233 लोग होंगे। भाजपा के संगठन महासचिव बीएल संतोष भी बैठक में शामिल होंगे।
दिल्ली स्थित संघ कार्यालय केशव कुंज में होने वाले आयोजन में संविधान की प्रस्तावना और नए भाजपा अध्यक्ष चुनाव की रूपरेखा बनेगी। संघ संविधान में ‘सेक्युलर’ और ‘सोशलिस्ट’ शब्द के औचित्य पर देशव्यापी विमर्श छेड़ने की तैयारी में है।
RSS की बैठक ऐसे समय हो रही है, जब भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव करीब 15 दिन में होना है। माना जा रहा है कि भाजपा के अगले अध्यक्ष को लेकर इसी बैठक में अंतिम सहमति बनेगी, जिसके बाद पार्टी अपने अध्यक्ष के चुनाव तिथि की घोषणा कर सकती है।
होसबाले ने कहा था- संविधान में सोशलिस्ट-सेक्युलर शब्दों पर बहस हो
‘आपातकाल के 50 साल’ कार्यक्रम में आरएसएस महासचिव होसबाले ने कांग्रेस का नाम लिए बिना कहा था, ‘आपातकाल के दौरान भारत के संविधान की प्रस्तावना में दो शब्द सेक्युलरिज्म और सोशलिज्म जोड़े गए। ये पहले संविधान की प्रस्तावना में नहीं थे। बाद में इन्हें निकालने की कोशिश नहीं हुई। चर्चा हुई दोनों प्रकार के पक्ष रखे गए। तो क्या ये शब्द संविधान में रहना चाहिए। इस पर विचार होना चाहिए।
उन्होंने कहा, ‘इमरजेंसी के समय संविधान की हत्या की गई थी और न्यायपालिका की स्वतंत्रता खत्म कर दी गई थी। इमरजेंसी के दौरान एक लाख से ज्यादा लोगों को जेल में डाला गया, 250 से ज्यादा पत्रकारों को कैद किया गया, 60 लाख लोगों की जबरन नसबंदी करवाई गई। अगर ये काम उनके पूर्वजों ने किया था तो उनके नाम पर माफी मांगनी चाहिए।’ पूरी खबर पढ़ें…