कोलकाता पुलिस ने शुक्रवार को लॉ कॉलेज स्टूडेंट से गैंगरेप की जांच के सिलसिले में क्राइम सीन रीक्रिएट किया। पुलिस गिरफ्तार किए गए चारों आरोपियों के साथ साउथ कलकत्ता लॉ कॉलेज पहुंची थी।
तीनों मुख्य आरोपियों मोनोजीत मिश्रा, मौजूदा स्टूडेंट प्रमित मुखर्जी और जैब अहमद और सुरक्षा गार्ड पिनाकी बनर्जी को सुबह करीब 4.30 बजे कॉलेज ले जाया गया। इस प्रक्रिया को पूरा करने में करीब चार घंटे लगे।
इसके बाद सभी को पुलिस स्टेशन वापस लाया गया। पुलिस के अफसर ने बताया कि जो नतीजे मिले हैं, उनसे अब महिला के आरोपों से जांच की जाएगी और बाकी सबूतों से पुष्टि की जाएगी।
सुरक्षा गार्ड पिनाकी को दोपहर बाद अदालत में पेश किया जाएगा क्योंकि उसकी पुलिस रिमांड 4 जुलाई तक है। मामले की जांच फिलहाल कोलकाता पुलिस का डिटेक्टिव डिपार्टमेंट कर रहा है।
घटना 25 जून को पश्चिम बंगाल की राजधानी के कस्बा क्षेत्र में साउथ कलकत्ता लॉ कॉलेज में हुई। 5 दिन बाद, 30 जून को कोलकाता पुलिस ने तीन मुख्य आरोपियों को 12 घंटे से भी कम समय में गिरफ्तार किया था।
कलकत्ता हाईकोर्ट का आदेश- इलेक्शन तक बंद रहे छात्र संघ ऑफिस
कलकत्ता हाईकोर्ट ने गुरुवार को बंगाल के सभी कॉलेज और यूनिवर्सिटी में छात्र संघ कार्यालयों को बंद करने का आदेश दिया है। जस्टिस सौमेन सेन और जस्टिस स्मिता दास डे की बेंच ने कहा कि छात्र चुनाव होने तक ये कमरे बंद रहेंगे। कोर्ट ने कहा कि ऐसे कमरों का इस्तेमाल किसी भी काम के लिए नहीं किया जा सकता है। जरूरत होने पर वैध कारणों के साथ यूनिवर्सिटी रजिस्ट्रार को आवेदन देना होगा।
CCTV और मेडिकल रिपोर्ट में गैंगरेप की पुष्टि हुई
कॉलेज के CCTV में 25 जून की दोपहर 3:30 बजे से रात 10:50 बजे तक करीब 7 घंटे की फुटेज हैं। एक जांच अधिकारी ने बताया कि CCTV में पीड़ित छात्रा को गार्ड के कमरे में जबर्दस्ती ले जाने की घटना कैद हुई है। इससे छात्रा की लिखित शिकायत में लगाए गए आरोपों की पुष्टि होती है।
28 जून को पीड़ित छात्रा की मेडिकल रिपोर्ट में भी रेप की पुष्टि हुई। पुलिस के मुताबिक पीड़ित के साथ जबरदस्ती करने, शरीर पर काटने और नाखून से खरोंचने के निशान मिले हैं। उससे मारपीट की भी पुष्टि हुई है।