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कमल हासन से हाईकोर्ट बोला- क्या आप इतिहासकार हैं:नागरिकों के लिए जल, जमीन और भाषा अहम; एक्टर बोले थे- कन्नड़ भाषा तमिल से निकली

कमल हासन से हाईकोर्ट बोला- क्या आप इतिहासकार हैं:नागरिकों के लिए जल, जमीन और भाषा अहम; एक्टर बोले थे- कन्नड़ भाषा तमिल से निकली

चेन्नई29 मिनट पहले
कमल ने 24 मई को कहा था कि कन्नड़ भाषा तमिल से पैदा हुई है। इसके बाद कर्नाटक में लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचाने के लिए उनसे माफी मांगने की मांग की जा रही है।

एक्टर-डायरेक्टर और नेता कमल हासन की याचिका पर कर्नाटक हाईकोर्ट में मंगलवार को सुनवाई हुई। इसमें हाईकोर्ट के जस्टिस एम नागप्रसन्ना ने एक्टर के बयान से नाराजगी जताई। जस्टिस नागप्रसन्ना ने कहा कि आप (कमल हासन) किस आधार पर कर्नाटक के लोगों की भावनाओं को कमतर आंक रहे हैं? क्या आप इतिहासकार हैं या भाषाविद?

कोर्ट ने कहा- किसी भी व्यक्ति को भावनाओं को आहत करने का अधिकार नहीं है। कोर्ट ने ये भी कहा कि नागरिकों के लिए जल, भूमि और भाषा मायने रखते हैं। भाषायी आधार पर देश का विभाजन नहीं होना चाहिए। एक कार्यक्रम में कमल हासन ने कहा था कि कन्नड़ भाषा, तमिल से निकली है।

जस्टिस नागप्रसन्ना ने कहा- अगर आप माफी नहीं मांगेंगे तो फिर ये क्यों चाहते हैं कि फिल्म कर्नाटक में रिलीज हो। जाने दीजिए। लोगों के भावनाओं को आहत करने को अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता नहीं कह सकते। आप माफी मांग लेते हैं, तब कोई दिक्कत नहीं। आप कर्नाटक से भी कुछ करोड़ तो कमाना चाहते हैं।

कमल हासन ने कहा था- गलत नहीं हूं तो माफी नहीं मांगूंगा कमल हासन कन्नड़ भाषा पर अपनी टिप्पणी को लेकर दो बार माफी से इनकार कर चुके हैं। उन्होंने 30 मई को चेन्नई में अपनी फिल्म ‘ठग लाइफ’ के प्रमोशन के दौरान कहा, ‘भारत एक लोकतांत्रिक देश है। मैं कानून और न्याय में विश्वास करता हूं। मुझे पहले भी धमकियां दी गई हैं, लेकिन अगर मैं गलत हूं तो मैं माफी मांगूंगा, अगर गलत हूं तो माफी नहीं मांगूंगा।’

इससे पहले उन्होंने 28 मई को केरल में कहा था- मैंने जो कहा वह प्यार से था और बहुत से इतिहासकारों ने मुझे यही सिखाया है। हम एक परिवार हैं और भाषाएं उसका हिस्सा हैं। मेरी तरफ से यह कोई जवाब नहीं बल्कि एक स्पष्टीकरण है। प्यार माफी नहीं मांगेगा।’

दरअसल, कर्नाटक फिल्म चैंबर ऑफ कॉमर्स (KFCC) ने कमल हासन की फिल्म ‘ठग लाइफ’ की रिलीज पर बैन लगा दिया है। KFCC के अध्यक्ष एम नरसिम्हालु ने न्यूज एजेंसी PTI से कहा कि अगर कमल हासन चाहते हैं कि उनकी फिल्म रिलीज हो तो उन्हें माफी मांगनी होगी।

दरअसल, 24 मई को कमल ने चेन्नई में ‘ठग लाइफ’ के ऑडियो लॉन्च के दौरान कहा था कि कन्नड़ भाषा तमिल से पैदा हुई है। इस बयान के बाद कन्नड़ समर्थक संगठनों ने कन्नड़ लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचाने के लिए उनसे सार्वजनिक रूप से माफी मांगने की मांग की है।

कमल हासन की फिल्म ‘ठग लाइफ’ 5 जून को रिलीज होने वाली है।

कमल ने कन्नड़ एक्टर की तरफ इशारा किया था फिल्म के प्रमोशन इवेंट के दौरान कमल ने कन्नड़ एक्टर शिव राजकुमार की तरफ इशारा करके हुए टिप्पणी की थी। उन्होंने राजकुमार की ओर इशारा करके कहा था- ‘शिव राजकुमार मेरे परिवार जैसे हैं, इसलिए यहां हैं। मैंने अपनी बात जीवन, संबंध और तमिल से शुरू की। आपकी भाषा (कन्नड़) तमिल से निकली है, इसलिए आप भी हमारे ही हिस्से हैं।’

कमल ने कन्नड़ एक्टर शिव राजकुमार की तरफ इशारा करते हुए बयान दिया था।

कर्नाटक के CM बोले- कमल हासन को कन्नड़ का इतिहास नहीं पता कर्नाटक में कांग्रेस सरकार का नेतृत्व कर रहे मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने 28 मई को कन्नड़ भाषा पर टिप्पणी के लिए कमल हासन की आलोचना की थी। उन्होंने कहा था, ‘कन्नड़ का इतिहास बहुत पुराना है। बेचारे कमल हासन को इसकी जानकारी नहीं है।’

कमल बोले- इतिहासकारों ने मुझे भाषा का इतिहास पढ़ाया कर्नाटक CM की आलोचना पर कमल हासन ने केरल में कहा था कि बहुत से इतिहासकारों ने मुझे भाषा का इतिहास पढ़ाया है। राजनेता भाषा के बारे में बात करने के लिए योग्य नहीं हैं। उनके पास इस बारे में बात करने की योग्यता नहीं है, उसमें मैं भी शामिल हूं। हमें इन गंभीर मुद्दों पर चर्चाओं को इतिहासकारों, पुरातत्वविदों और भाषा विशेषज्ञों पर छोड़ देना चाहिए।’

भाजपा ने कहा- एक्टर ने कन्नड़ भाषा का अपमान किया कांग्रेस के साथ-साथ भाजपा ने भी एक्टर के बयान की आलोचना की। कर्नाटक में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष विजयेंद्र येदियुरप्पा ने कहा कि दूसरों की भाषा का अपमान करना असभ्य व्यवहार है। ये कमल हासन का घमंड है कि उन्होंने कन्नड़ सहित कई भाषाओं में काम किया, लेकिन उन्होंने तमिल भाषा के महिमामंडन में एक्टर शिव राजकुमार को शामिल करके कन्नड़ भाषा का अपमान किया है।

केंद्र सरकार और तमिलनाडु सरकार के बीच ट्राई लैंग्वेज पॉलिसी को लेकर विवाद चल रहा है। न्यू एजुकेशन पॉलिसी 2020 के तहत सिफारिश की गई थी कि स्टूडेंट्स 3 भाषाएं सीख सकता है, लेकिन किसी भाषा को अनिवार्य नहीं किया गया है। राज्यों और स्कूलों को यह तय करने की आजादी है कि वे कौन-सी 3 भाषाएं पढ़ाना चाहते हैं। तमिलनाडु सरकार हिंदी भाषा का विरोध कर रही है।

हासन बोले थे- तमिलों ने भाषा के लिए जान गंवाई, इससे मत खेलो ट्राई लैंग्वेज (तमिल, हिन्दी और अंग्रेजी) विवाद को लेकर 21 फरवरी को भी कमल हासन ने कहा था- तमिल भाषा उनकी सांस्कृतिक पहचान है। लोगों ने इसके लिए जान गंवाई है। इसके साथ खिलवाड़ न करें।

चेन्नई में अपनी पार्टी मक्कल नीधि मय्यम के 8वें स्थापना दिवस पर हासन ने कहा- भाषा के मुद्दे को हल्के में न लिया जाए। तमिलनाडु के बच्चे भी जानते हैं कि उन्हें कौन सी भाषा चाहिए। उनके पास अपनी समझ है।

तमिलनाडु में कैसे शुरू हुआ ट्राय लैंग्वेज वॉर…

15 फरवरी: धर्मेंद्र प्रधान ने वाराणसी के एक कार्यक्रम में तमिलनाडु सरकार पर राजनीतिक हितों को साधने का आरोप लगाया।

18 फरवरी: उदयनिधि बोले- केंद्र लैंग्वेज वॉर शुरू न करें

चेन्नई में DMK की रैली में डिप्टी CM उदयनिधि स्टालिन ने कहा- धर्मेंद्र प्रधान ने खुलेआम धमकी दी है कि फंड तभी जारी किया जाएगा, जब हम ट्राई लैंग्वेज फॉर्मूला स्वीकार करेंगे, लेकिन हम आपसे भीख नहीं मांग रहे हैं। जो राज्य हिंदी को स्वीकार करते हैं, वे अपनी मातृभाषा खो देते हैं। केंद्र लैंग्वेज वॉर शुरू न करे।

23 फरवरी: शिक्षा मंत्री ने स्टालिन को लेटर लिखा

ट्राई लैंग्वेज विवाद पर केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन को लेटर लिखा। उन्होंने नेशनल एजुकेशन पॉलिसी (NEP) के विरोध की आलोचना की। उन्होंने लिखा, ‘किसी भी भाषा को थोपने का सवाल नहीं है, लेकिन विदेशी भाषाओं पर अत्यधिक निर्भरता खुद की भाषा को सीमित करती है। NEP इसे ही ठीक करने का प्रयास कर रही है।’

25 फरवरी: स्टालिन बोले- हम लैंग्वेज वॉर के लिए तैयार हैं स्टालिन ने कहा- केंद्र हमारे ऊपर हिंदी न थोपे। अगर जरूरत पड़ी तो राज्य एक और लैंग्वेज वॉर के लिए तैयार है।

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